Sri Nanak Prakash

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मुख बल३ असु४ कविका५ जिव६ मानी
अरणव७ अमी८ कीरती दाला
दिज की अुकति९ सु मुकतन१० माला ॥४५॥
साक११ बणक१२ जिअुण कीमति तांही१३
नहिण जानी कालू मन मांही
निज निकेत को पुन चलि आयो
जगत काज हिरदा बिरमायो१४ ॥४६॥
बहुरो असत१५ अहिरपति१६ भयो
भई बिभावर१७ गुरु ग्रिह१८ अयो
हेरति मात रूप बलि१९ जावहि
पान२० आपने भोज खुवावहि ॥४७॥
दोहरा: पै२१ पिआइ पुन मात ले
सूती सुठ२२ परयंक२३
पलक१ जुटी२ सुंदर बदन


१हित देणवाली
२स्रेशट बाणी
३मुहतांे
४घोड़े दी
५लगाम
६वाण
७समुंदर
८अंम्रत दे (वरगी)
९बात चीत
१०मोतीआण दी
११साग
१२वेचं वाला
१३तिन्हां (मोतीआण दी माला दी कीमत नहीण जाणदा) तिवेण
१४परच गिआ
१५छिपिआ
१६दिन दा पती, सूरज
१७संधा
१८घर
१९बलिहार
२०हज़थीण
२१दुज़ध
२२सुहणे
२३पलघ पर

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